Haryana : स्वच्छ छवि के बल पर पानीपत ग्रामीण से तीसरी बार महीपाल ढांडा ने खिलाया कमल
सत्य खबर, पानीपत ।
पानीपत ग्रामीण हलके से महीपाल ढांडा ने तीसरी बार कमल खिला कर इतिहास रच दिया। अपने स्वच्छ, मिलनसार, सेवाभाव, ईमानदार, कर्मठ छवि के बल पर महीपाल पर भाजपा हाईकमान ने तीसरी बार भी विश्वास जताया और पार्टी की जीत वाली टॉप टेन की लिस्ट में महीपाल का नाम भी शामिल रहा। वहीं महीपाल ने भाजपा हाईकमान को निराश नहीं किया और रिकार्ड मतों से जीत कर की। स्मरणीय है कि महिपाल का राजनीतिक करियर विद्यार्थी कालीन रहा है, वे बचपन से ही राष्ट्रीय सेवक संघ के स्वयं सेवक रहे और छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुडे रहे, वे इस संगठन के प्रदेशाध्यक्ष भी बने। उन्होंने संगठन का पानीपत का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन करवा कर भाजपा हाईकमान में अपनी सशक्त उपस्थित दर्ज करवाई थी।
इधर सन् 2000 में वे भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता बने। वहीं ढांडा ने सन् 2005 में भाजपा से नौल्था हलके से टिकट की मांग की, लेकिन भाजपा हाईकमान ने जाट बाहुल सीट होने के बावजूद भी नौल्था से बलवान शर्मा को टिकट थमा दिया। सन् 2009 में भी महीपाल का पानीपत ग्रामीण हलके से टिकट काट कर सुरेंद्र अहलावत को दिया गया। सुरेंद्र को हार का सामाना करना पडा। वहीं पुरानी कहावत है कि सब्र का फल हमेशा मीठा होता है, महीपाल का सब्र उनके लिए सन् 2014 में मीठा फल लेकर आया। भाजपा हाईकमान ने महीपाल को पानीपत ग्रामीण हलके से अपना प्रत्याशी बनाया। महीपाल ने एक के बाद एक इस सीट से तीसरी बार जीत हासिल की।
महीपाल नायब सैनी के सीएम बनने पर प्रदेश में स्वतंत्र प्रभार के सहकारी व ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री रहे। महीपाल ने मंत्री पर भी अपने सेवाभाव से जनता में अपनी मजबूत पैठ बनाई और इस का रिजल्ट तीसरी बार भाजपा की पानीपत ग्रामीण हलके से जीत के रूप में सामने आया है।